लखनऊ, कोरोना के कारण ऑक्सीजन की कमी से संकट में पड़ रही सांस को संजीवनी देने के लिए ऑक्सीजन की कालाबाजारी कर मोटा मुनाफा कमाया जा रहा था। सेना की खुफिया इकाई ने पुलिस के साथ मिलकर 45 हजार रूपए में ऑक्सीजन भरा सिलिंडर बेचने वाले गिरोह के एक सदस्य को पकड़ा। यह गिरोह दूसरे जिलों से ऑक्सीजन लाकर लखनऊ में बेचता था। इनको जरूरतमंद लोगों की डिटेल उपलब्ध कराने वालों की तलाश में सेना की। खुफिया इकाई और पुलिस संयुक्त रूप से छापेमारी कर रही है।
सेना की खुफिया इकाई को सूचना मिली थी कि कुछ लोग ऑक्सीजन की कैंट में कालाबाजारी कर रहे हैं। यह ऑक्सीजन लखनऊ लाकर 45 हजार रुपए में बेची जा रही है। सेना ने इसकी जानकारी मध्य जोन पुलिस से साझा की। पता चला कि गिरोह कैंट में ऑक्सीजन को बेचने आ रहा है। सेना और पुलिस की सयुक्त टीम ने भी ऑक्सीजन लेने के लिए संपर्क किया। गोपनीय सूचना के बाद ऑक्सीजन की।काला बाजारी करने वाले का कैंट से पीछा किया गया।
ऐशबाग में जैसे ही एक सख्स स्कूटी पर ऑक्सीजन लेकर उसे देने आया। सेना की खुफिया इकाई और पुलिस ने उसे पकड़ लिया। पूछताछ में ऑक्सीजन सिलिंडर की काला बाजारी कर उसे बेचने आया युवक अजय कुमार चौबे को पकड़ा गया। उसने बताया कि यह ऑक्सीजन दूसरे जिलों से उसे लाकर दी जाती है। जिसे वह एक स्कूटी पर रखकर उसे जरूरतमंद लोगों को 45 हजार रूपए में बेचता था। फोन पर ही लोगो की बुकिंग कर वह ऑक्सीजन मंगवा लेता था। जितनी भी डिमांड आती थी ऑक्सीजन भी उतनी ही मुहैया हो जाती थी।