सहारनपुर, ईदुल फितर को लेकर दारुल उलूम व दीगर उलमा ने ईद पर मनाने को लेकर फतवा जारी किया है। उलमाओं ने कहा है कि ईद सादगी से मनाने, भीड़ से बचने और ईदगाह आदि में सामूहिक रूप से ईदगाह वक्फ कमेटी ने ईदगाह के बजाए अपने मोहल्लों की मस्जिदों या घरों में सीमित संख्या के साथ नमाज अदा करने की अपील की है।
दारुल उलूम के कार्यवाहक मोहतमिम मौलाना कारी उस्मान मंसूरपुरी, ईदगाह वक्फ कमेटी उपाध्यक्ष एवं दारुल उलूम वक्फ के मोहतमिम मौलाना सुफियान कासमी ने अपील की है कि शरई तौर पर जिंदगी की हिफाजत करना हमारा फर्ज है। इसलिए कोरोना के मद्देनजर सामूहिक रूप से ईद की नमाज अदा न करें, बल्कि छोटी-छोटी जमात के साथ ईद की नमाज अदा की जाए। अपने घरों में रहकर सादगी से ईद मनाएं। स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइन का पालन किया जाना जरूरी है। ईदगाह वक्फ कमेटी के सचिव मौलवी अनस सिद्दीकी ने कहा कि मौजूदा हालात में ईदगाह में जमात के साथ ईद की नमाज अदा करना मुमकिन नहीं है। इसलिए अपने मोहल्लों की मस्जिदों या घरों पर ही सीमित संख्या में ईद की नमाज अदा की जाए।
नहीं दिखा चांद, ईद कल
देवबंद: मुसलमानों का सबसे बड़ा पर्व ईद ईदुल फितर 14 मई को मनाया जाएगा। चांद नजर नहीं आने के बाद दारुल उलूम ने इस बाबत एलान किया। गुरुवार को 30वां रोजा रखा जाएगा। ईद का चांद देखने के लिए बुधवार शाम बिरादराने इस्लाम की निगाहें आसमान की तरफ टिकी रही। लेकिन चांद का दीदार नहीं हो पाया। उधर, देर शाम इस्लामी तालीम के प्रमुख केंद्र दारुल उलूम देवबंद में चांद कमेटी की बैठक का आयोजन हुआ। जिसमें देश के विभिन्न प्रदेशों से चांद होने की जानकारी ली गई। लेकिन कहीं पर भी चांद होने की पुष्टि नहीं हो पाई। देर रात तक चांद की कोई इत्तला न आने के चलते दारुल उलूम देवबंद ने चांद नहीं दिखने का एलान किया। नायब मोहतमिम मौलाना अब्दुल खालिक संभली ने बताया कि कहीं से भी चांद दिखने की पुष्टि नहीं हुई है। गुरुवार को 30वां रोजा रखा जाएगा। 14 मई यानी शुक्रवार को ईदुल फितर मनाई जाएगी।