नई दिल्ली, कृषि कानून के विरोध में किसानों को दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन करते हुए 7 महीने हो गए है। किसान अब अपना विरोध प्रदर्शन तेज कर रहे हैं। आज किसान कृषि कानून को लेकर राज्यपाल और उपराज्यपाल को ज्ञापन सौपेंगे। इसको देखते हुए दिल्ली में उपराज्यपाल निवास के बाहर और दिल्ली के आईटीओ पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। दिल्ली किसान संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) के बैनर तले ‘खेती बचाओ, लोकतंत्र बचाओ दिवस’ मना रहे हैं। किसान कई राज्यों में राजभवन (गवर्नर हाउस) भी जाएंगे। पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान पिछले साल 26 नवंबर से तीन कृषि कानूनों को वापस लेने और अपनी उपज के लिए एमएसपी सुनिश्चित करने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों के इस आंदोलन को एक बार फिर से पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपना समर्थन दिया है।
राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि ‘सीधी-सीधी बात है- हम अन्नदाताओं के साथ हैं।’ भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत ने शुक्रवार को कहा था कि अगर सरकार जिद छोड़ दें तो हल निकल जाएगा, हम बातचीत के लिए तैयार है। इस सरकार ने युवा पीढ़ी का भविष्य खराब कर दिया है और किसान को खत्म कर दिया है। अगर सरकार हमारी मांगें नहीं मानेगी है तो हम आगामी चुनाव में विरोध करेंगे।
भारी तादात में दिल्ली-यूपी की सीमाओं पर गुरुवार रात से ट्रैक्टर आने लगे। किसान संगठन एक बार फिर से ट्रैक्टर मार्च निकाल सकते है। किसानों ने शुक्रवार को ट्रैक्टर मार्च का रिहर्सल भी किया है। इससे पहले 26 जनवरी 2021 के दिन किसानों ने ट्रैक्टर मार्च निकाला था। इस ट्रैक्टर मार्च में जान-माल की हानी भी हुई थी।
किसान आंदोलन की वजह से तीन मेट्रो स्टेशन रहेंगे बंद
किसान आंदोलन को देखते हुए दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC) ने येलो लाइन पर आज के दिन चार घंटे के सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक तीन मेट्रो स्टेशन-विश्वविद्यालय, सिविल लाइंस और विधानसभा को बंद रखे ने का फैसला किया था। हालांकि डीएमआरसी ने इस मुद्दे पर कोई आधिकारीक जानकारी नहीं दी हैं।