प्रतापगढ़, एडीजी प्रयागराज से अपनी हत्या की आशंका जताने वाले एक टीवी पत्रकार की संदिग्ध परिस्थिति में मौत का मामला काफी तूल पकड़ता जा रहा है। घर के लोग जहां हत्या की आशंका जता रहे हैं तो पुलिस इसको दुर्घटना बता रही है। पत्रकार सुलभ श्रीवास्तव ने बीते दिनों जिले में पकड़ी गई शराब की काफी कवरेज की थी, जिसको लेकर भी कई लोगों में नाराजगी की चर्चा है। उनकी मौत पर कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी उत्तर प्रदेश सरकार पर तंज कसा है।
प्रतापगढ के एक टीवी चैनल के पत्रकार सुलभ श्रीवास्तव की रविवार देर रात संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। वह घायल अवस्था में रविवार की रात करीब 10 बजे नगर कोतवाली क्षेत्र के कटरा रोड पर मिले थे। राहगीरों की सूचना पर पुलिस राजकीय मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय ले आई, यहां पर चिकित्सकों ने उन्हेंंं मृत घोषित कर दिया। करीब 40 वर्षीय सुलभ स्टेशन रोड सहोदर पश्चिम के रहने वाले थे। उनके चेहरे पर चोट के निशान हैं। सुलभ के परिजन हत्या की आशंका जता रहे हैं। हालांकि इन लोगों ने भी अभी तक किसी का नाम नहीं लिया है। उनके साले रिंकू श्रीवास्तव ने हत्या की आशंका जताई है हालांकि देर रात तक कोई तहरीर पुलिस को नहीं दी गई। परिवार के लोगों का कहना है कि सुलभ का सुनियोजित रूप से कत्ल किया गया है।
एडीजी जोन को भेजा था शिकायती पत्र
सुलभ ने एक दिन पहले ही एडीजी प्रयागराज जोन प्रेम प्रकाश को शिकायती पत्र भेजकर अपनी व अपने परिवार की जान को खतरा बताया था। इसमें बताया था कि पिछले दिनों प्रतापगढ़ जनपद के विभिन्न थाना क्षेत्रों मैं अवैध शराब का जखीरा पकड़े जाने की घटना का कवरेज उन्होंने किया था। इसके बाद 9 जून को न्यूज़ चैनल के डिजिटल प्लेटफार्म पर एक खबर भी चलाई थी। जिसे लेकर कुछ लोगों ने बताया था कि शराब माफिया उस खबर को लेकर उनसे नाराज हैं। पत्र में यह भी बताया गया था कि पिछले 2 दिनों से जब भी वह घर से बाहर निकलते हैं तो ऐसा प्रतीत होता है कि कोई उनका पीछा कर रहा है। ऐसे में उन्हें लगता है कि कुछ शराब माफिया, जो उनकी खबर से नाखुश हैं, उन्हें या उनके परिवार को नुकसान पहुंचा सकते हैं। उनका परिवार भी डरा सहमा है। इस संबंध में पुलिस का कोई अधिकारी कुछ नहीं बोल रहा है।
शराब माफिया की तरफ से मिली थी धमकी
प्रतापगढ़ शहर के स्टेशन रोड पूर्वी सहोदर मोहल्ले के रहने वाले 45 वर्षीय सुलभ श्रीवास्तव न्यूज़ चैनल के संवाददाता थे। उन्होंने 12 जून को एडीजी प्रयागराज को पत्र भेजकर अपनी जान पर खतरा जताया था। उन्होंने पत्र में यह जिक्र किया था कि नौ जून को उन्होंने इंटरनेट मीडिया पर अवैध शराब के कारोबार में लिप्त माफियाओं के संबंध में खबर चलाई थी, जिस पर उन्हें धमकी मिली थी।
प्रथम दृष्टया एक्सीडेंट से मौत : पुलिस
पुलिस का कहना है कि प्रथम दृष्टया सुलभ श्रीवास्तव की मौत एक्सीडेंट से हुई है। प्रतापगढ़ के प्रभारी एसपी धवल जायसवाल का कहना है कि प्रारंभिक जांच पड़ताल में यही बात सामने आई है कि मृतक हादसे का शिकार हुए। प्रत्यक्षदर्शियों ने भी यही बात बताई है। जांच पड़ताल की जा रही है। अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी सुरेंद्र द्विवेदी का कहना है कि घटनास्थल पर जांच में पता चला है कि सुलभ की बाइक सड़क पर खंभे व हैंडपंप से टकरा गई थी। ईंट भट्ठा के मजदूरों ने उन्हें सड़क के किनारे करने के बाद उनके मोबाइल फोन के जरिए ही फोन से घरवालों को खबर दी थी। फिलहाल हर पहलू पर जांच हो रही है। सुलभ के भाई लखनऊ में नौकरी करते हैं, देर रात तक उनके आने का इंतजार किया गया। उनके आने के बाद मुकदमा दर्ज कराने की कार्रवाई होगी। घटना स्थल पर मौजूद सीओ सिटी अभय पांडे का कहना था कि घटना की तहरीर नहीं मिली है। परिवार वालों की आशंका के आधार पर इस मामले की जांच की जा रही है। यह हादसा है या हत्या, पुलिस की जांच में सामने आ जाएगा।रात करीब एक बजे पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू की गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
प्रियंका गांधी ने किया ट्वीट
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी प्रतापगढ़ में पत्रकार की मौत पर उत्तर प्रदेश सरकार पर तंज कसा है। उन्होंने ट्वीट किया और उत्तर प्रदेश में अब तो शराब माफिया का राज बताया है।