सुशांत सिंह राजपूत सुसाइड केस को आख़िरकार सीबीआई के सुपुर्द करने की सिफ़ारिश हो गयी है। बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार ने केस को सीबीआई को दिये जाने की सिफ़ारिश कर दी है। हालांकि रिया चक्रवर्ती के वकील ने ऐसा करना बिहार सरकार के अधिकार क्षेत्र से बाहर करार दिया है।
सोशल मीडिया में काफ़ी अर्से से सुशांत के मामले को सीबीआई के हवाले करने की मांग उठाई जा रही है। इस मुहिम की शुरुआत सुशांत के फैंस ने की और फिर कुछ बॉलीवुड सेलेब्रिटीज़ इससे जुड़ गये। धीरे-धीरे राजनीतिक हलकों से भी आवाज़ें उठने लगीं। हालांकि महाराष्ट्र सरकार ने केस को सीबीआई के सुपुर्द करने की सिफ़ारिश करने से साफ़ इंकार कर दिया था।
सुशांत केस को सीबीआई के हवाले करवाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखने वाले सांसद सुब्रमण्यम स्वामा ने नितीश कुमार को बधाई देते हुए लिखा कि आपने अपना वादा निभाया। अब मैं आपको सहमत होने की गुज़ारिश करता हूं। कुछ भी हो, सीबीआई जांच ज़रूरी और अवश्यंभावी है।
वहीं, कंगना रनोट की टीम के एकाउंट से ट्वीट किया गया- जब मानवता जीतती है, तो एक दे जीतता है। लोग जीतते हैं।
हालांकि रिया चक्रवर्ती के वकील सतीश मानेशिंदे ने बिहार सरकार की इस संस्तुति पर ही सवाल उठाया है। एएनआई के ट्वीट के अनुसार उन्होंने कहा- ऐसे मामले को स्थानांतरित नहीं किया जा सकता, जिसमें बिहार सरकार को शामिल होने का कोई कानूनी हक़ नहीं है। ज़्यादा से ज़्यादा, यह एक ज़ीरो एफआईआर होगी, जो मुंबई पुलिस को स्थानांतरित कर दी जाएगी। एक ऐसे केस को सीबीआई को ट्रांसफर करना, जिसमें उनका अधिकार क्षेत्र नहीं है, इसका कानूनी महत्व नहीं है।
बता दें, सुशांत के पिता ने पिछले दिनों पटना में पुलिस रिपोर्ट दर्ज़ करवाई, जिसमें रिया चक्रवर्ती समेत 6 लोगों के ख़िलाफ़ मुकदमा दर्ज़ करवाया गया। मामले की जांच करने बिहार पुलिस की टीम मुंबई गयी हुई है। बिहार सरकार के इस फ़ैसले पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।