राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद(President Ram Nath Kovind) ने आज डिजिटल गवर्नेंस के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले लोगों का सम्मान किया। राष्ट्रपति कोविंद ने आज डिजिटल इंडिया पुरस्कार(Digital India Awards) प्रदान किए। इस दौरान राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि डिजिटल इंडिया अवार्ड्स नागरिकों को उनकी आकांक्षाओं को प्राप्त करने और भारत को डिजिटल महाशक्ति बनाने के लिए सशक्त बनाने के लिए सरकार के समग्र दृष्टिकोण को दर्शाता है। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से डिजिटल इंडिया अवार्ड 2020 में शामिल हुए।
इस दौरान राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि ये साल अब समाप्त होने वाला है और हमें उम्मीद है कि महामारी भी जल्द ही समाप्त हो जाएगी। उन्होंने आगे कहा कि यह कहना अतिश्योक्ति नहीं होगी कि कोरोना वायरस ने सामाजिक संबंधों, आर्थिक गतिविधियों, स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा और जीवन के कई अन्य पहलुओं के मामले में दुनिया को बदल दिया है।
डिजिटल इंडिया विजन की तर्ज पर यह पहली बार हो रहा है कि डिजिटल इंडिया पुरस्कार की पूरी प्रक्रिया को आनलाइन किया जा रहा है। इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय (MeitY) के तहत राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (NIC) ई-गवर्नेंस और सरकारी सेवा वितरण तंत्र के डिजिटल परिवर्तन में नवाचार को बढ़ावा देने के लिए द्विवार्षिक डिजिटल इंडिया अवार्ड का आयोजन किया गया।
पुरस्कार के लिये नामांकन, उसकी स्क्रीनिंग से लेकर पुरस्कार वितरण समारोह तक पूरी प्रक्रिया आनलाइन हुई। इलेक्ट्रानिक्स और आईटी मंत्रालय के तहत राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केन्द्र (एनआईसी) द्वारा प्रत्येक दो साल में डिजिटल इंडिया पुरसकार का आयोजन किया जाता है। संचार और आईटी मंत्री, रविशंकर प्रसाद, और आईटी सचिव अजय साहनी और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस वर्चुअल कार्यक्रम में शामिल हुए।
डिजिटल इंडिया अवार्ड्स 2020 की घोषणा छह श्रेणियों के तहत की गई है, जिनमें ‘इनोवेशन इन महामारी’ भी शामिल हुए। इस विशेष श्रेणी में पुरस्कार एक सरकारी इकाई को सम्मानित किया गया जिसने संचार, स्वास्थ्य, शिक्षा, यात्रा या निरंतरता सुनिश्चित करने सहित क्षेत्रों में महामारी के समय नागरिकों को विभिन्न गतिविधियों को आसानी से करने में सक्षम बनाने के लिए एक उत्कृष्ट, नवीन डिजिटल समाधान विकसित किया है।