भारत और अमेरिका ने शुक्रवार को वर्चुअल मोड के जरिए द्विपक्षीय 2 + 2 बैठक की। इस बातचीत के दौरान दोनों पक्षों ने रक्षा, सुरक्षा और विदेश नीति क्षेत्रों में द्विपक्षीय संबंधों में प्रगति की समीक्षा की। यह बैठक ऐसे समय आयोजित हुई है जब पूर्वी लद्दाख में सीमा पर चीन के साथ तनाव जारी है। अमेरिका ने चीन की आक्रामकता की निंदा की है और भारत का समर्थन किया है।
बीते दिनों अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोंपिओ ने चीन पर निशाना साधते हुए कहा था कि ताइवान जलडमरूमध्य से लेकर हिमालय और उससे आगे तक चीनी कम्युनिस्ट पार्टी अपने पड़ोसियों को धमकाने में लगी हुई है। वहीं अमेरिका की खुफिया एजेंसियों का कहना है कि तिब्बत से लद्दाख तक फैली पैंगोंग झील के दक्षिणी पर चीन के अतिक्रमण की ताजा कोशिशों का मकसद भारत को जानबूझकर उकसाना है।
पोंपियों ने यह भी कहा था कि अमेरिका मौजूदा वक्त में चीन को हर मोर्चे पर पीछे धकेलने के लिए भारत, ऑस्ट्रेलिया, जापान और दक्षिण कोरिया जैसे देशों के साथ साझेदारी कर रहा है। अभी पिछले महीने ही भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर अपने अमेरिकी समकक्ष माइक पोंपियो के साथ फोन पर कई अंतराष्ट्रीय मुद्दों पर वार्ता की थी। बीते दिनों अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा था कि चीन दुनिया की इस बात की परीक्षा ले रहा है कि कोई उसकी धमकी के सामने खड़ा होता है या नहीं।