गोगा नवमी पर्व के उपलक्ष्य में सफाई मित्र अवकाश पर, नागरिक कर रहे सफाई

देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में आज सफाईकर्मी अवकाश पर है। इसलिए शहर को साफ स्वच्छ रखने का जिम्मा नागरिकों ने उठाया है। दरअसल, शुक्रवार को देशभर में गोगा नवमी मनाई जा रही है। परंपरा के अनुसार हर साल Goga Navami पर गुरुवार रात को जुलूस निकलता है और अगले दिन सफाई कर्मी अवकाश पर रहते हैं। इस साल कोरोना महामारी के कारण जुलूस की अनुमति नहीं मिली, लेकिन शुक्रवार को सफाईकर्मी अवकाश पर हैं। इस कारण सफाई व्यवस्था शहर के नागरिकों और सरकारी कर्मचारियों के जिम्मे है। हर गली और मोहल्ले में स्थानीय नागरिक, सामाजिक संगठन, नेता सफाई व्यवस्था देख रहे हैं।

शुक्रवार सुबह स्वच्छता के लिए पूर्व महापौर मालिनी गौड़, विधायक महेंद्र हार्डिया, रमेश मेंदोला, सांसद शंकर लालवानी, कलेक्टर मनीषसिंह राजवाड़ा पहुंचे। हालांकि इस दौरान भीड़ अधिक जमा होने के कारण फिजिकल डिस्टेंगिंस का पालन नहीं हो सका। खबर है कि नगर निगम मैकेनाइज्ड स्विपिंग के लिए 10 और गाड़ियां किराए पर लेगा। तीन मशीन आ गई हैं। 13 पहले से काम कर रही हैं। 30 से 35 किमी प्रतिदिन सफाई करेंगी।

गोगा नवमी पर आज राजवाड़ा पर एकत्रित नहीं होंगे छड़ी निशान

वाल्मीकि समाज गुरुवार को गोगा नवमी हर्षोल्लास से मनाएगा। हालांकि इस बार हर साल की तरह वीर गोगा देव के निशान लेकर समाजजन राजवाड़ा पर एकत्रित नहीं होंगे। वे अपनी बस्तियों में ही छड़ी निशान लेकर शारीरिक दूरी का पालन करते हुए घूमेंगे। राजमोहल्ला, नेहरू नगर, पंचम की फैल, गोमा की फैल सहित 40 से अधिक वाल्मीकि बहुल क्षेत्र में शारीरिक दूरी के साथ छड़ी निशान निकाले जाएंगे। अखिल भारतीय वाल्मीकि महासभा के जिलाध्यक्ष दीपेंद्र बागरे ने बताया कि यह निर्णय पंढरीनाथ स्थित गोगादेव मंदिर पर आयोजित बैठक में लिया गया।

स्वच्छता सर्वक्षण की तर्ज पर प्रदेश स्तरीय होगी प्रतिस्पर्धा, रैंकिंग भी होगी जारी

भोपाल से खबर है कि राजधानी समेत पूरे प्रदेश में स्वच्छता सर्वेक्षण की तर्ज पर एक और प्रतिस्पर्धा शुरू होने जा रही है। इस संबंध में नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेंद्र सिंह ने गुरुवार को अधिकारियों के साथ बैठक कर निर्देश जारी किए हैं। अधिकारियों ने बताया कि यह रैंकिंग आगामी 16 से 30 अगस्त तक गंदगी भारत छोड़ो अभियान के तहत किए गए कार्यों व कार्यक्रमों के आधार पर जारी की जाएगी। इस आधार पर स्वच्छता सर्वेक्षण 2021 को लेकर तैयारियों का भी सरकार आकलन करेगी।

बैठक में मंत्री भूपेंद्र सिंह ने भोपाल समेत प्रदेश की सभी निकायों को कचरा मुक्त बनाने के लिए तीन दिनों का समय दिया है। साथ ही कहा कि किसी भी शहर में कचरे के ढ़ेर नहीं दिखने चाहिए। अच्छी रैंक पाने वाले निकायों को सम्मानित किया जाएगा। रैंकिंग के लिए एजेंसी व नगरीय प्रशासन एवं विकास संचालनालय के अधिकारियों द्वारा सर्वे के आधार पर जारी की जाएगी। उन्होंने कहा कि जिन शहरों में कचरा निपटान की व्यवस्था नहीं है, वहां के लिए एक सप्ताह में प्लान बनाएं। कचरा प्रबंधन के लिए पीपीपी मोड या शासकीय स्तर पर प्लांट लगाने संबंधि कार्रवाई शुरू करें।

कचरा प्रबंधन के अलावा अभियान में यह भी होगा

-अभियान के हर दिन कोई न कोई स्वच्छता से जुड़ा हुआ कार्यक्रम रखा जाएगा। इसमें जन-प्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया जाय।

– व्यक्तिगत व सार्वजनिक शौचालयों की सफाई, कचरा प्रबंधन पर जागरूकता अभियान चलाया जाएगा।

– 16 से 18 अगस्त तक स्वच्छता शपथ एवं व्यक्गित शौचालयों का रखरखाव और सफाई पर अशासकीय संगठनों के जरिए झुग्गीबस्तियों एवं मोहल्लों में से चर्चा की जाएगी।

– 19 से 21 अगस्त तक नो प्लास्टिक और रिसाइकिल, रियूज, रिड्यूज और रिफ्यूज के संबंध में ऑनलाइन संवाद और परिचर्चाओं का आयोजन किया जाएगा। पॉलीथिन व प्लास्टिक प्रतिबंध पर जोर होगा।

– 22 से 24 अगस्त तक कोविड-19 के संबंध में नेपकिन और उपयोग किए गए मास्क आदि के सुरक्षित निपटान के संबंध में जागरूक किया जाएगा।

– 25 से 27 अगस्त तक आवासीय परिसरों में अपशिष्ट पृथकीकरण, घरेलू हानिकारक कचरे का सुरक्षित निपटान करने के संबंध में चर्चा की जाएगी।

– 28 से 30 अगस्त स्वच्छता श्रमदान के साथ रोजाना की सफाई व्यवस्था के अतिरिक्त सार्वजनिक शौचालयों के अंदर और बाहर विशेष सफाई अभियान चलाया जाएगा।

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