अनंतनाग हमले में सीआरपीएफ का एक जवान शहीद

पुलवामा जिले के अवंतीपोरा के त्राल क्षेत्र के चेवा उल्लार में सुरक्षाबल ने तीन आतंकवादियों को ढेर कर दिया है। तीनों आतंकवादियों के शवों और उसके हथियारों को अपने कब्जे में लेने के बाद सुरक्षाबलों ने ऑपरेशन समाप्त कर इलाके को खाली कर दिया। इसी बीच जिला अनंतनाग के बिजबेहाड़ा के जीरपोरा हाईवे पर सुरक्षाबलों के गश्ती दल पर कुछ आतंकवादियों ने हमला बोल दिया। इस हमले में अभी तक एक सीआरपीएफ जवान के घायल जबकि एक के शहीद होने की सूचना है। आतंकवादियों के इस हमले में सात वर्षीय बच्चा भी घायल हुआ है। घायलों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया है, जबकि आतंकवादियों की तलाश के लिए इलाके की घेराबंदी कर दी गई है।

पुलिस के अनुसार आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर घात लगाकर हमला किया है। सीआरपीएफ का एक गश्ती दल जब जीरपोरा हाईवे पर से गुजर रहा था तो ये आतंकी वहां पहले से ही हमले की फिराक में छिपे हुए थे। सीआरपीएफ का वाहन जैसे ही पास आया, आतंकवादियों ने उस पर गोलियां बरसाना शुरू कर दी। इस हमले में सीआरपीएफ के दो जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। इस दौरान सात साल के बच्चे नेहान को भी गोली लगी। इससे पहले की जवान संभलते आतंकवादी वहां से फरार हो गए।

घायल जवानों व बच्चे को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया परंतु डॉक्टरों द्वारा जांच करने पर एक जवान को मृत लाया घोषित कर दिया। वहीं, बच्चे ने भी इलाज के दौरान जख्मों का ताव न सहते हुए दम तोड़ दिया। हालांकि, अन्य घायल जवान का इलाज चल रहा है। घटनास्थल के आसपास के इलाकों की एसओजी, सेना और सीआरपीएफ के जवानों ने घेराबंदी कर ली है। हमलावरों की तलाश की जा रही है। अन्य विवरण प्रतीक्षारत है।

इससे पहले जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले के अवंतीपोरा में त्राल क्षेत्र में चेवा उल्लार में कल शाम से शुरू हुई आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ में तीनों आतंकी मारे जा चुके हैं। मारे गए तीनों आतंकवादियों की पहचान कर ली गई है। मारे गए आतंकवादियों में फारूक लंगू निवासी श्रीनगर, शाहिद अहमद भट निवासी बिजबेहाड़ा समथन और मोसिन निवासी श्रीनगर के तौर पर हुई है। हालांकि पुलिस ने अभी तक इनके नामों की अधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं की है।

आतंकियों के छिपे होने कि सूचना के बाद मिलने के बाद से सुरक्षाबलों ने सर्च ऑपरेशन छेड़ा था। जैसे ही सुरक्षाबलों ने घेराबंदी सख्त करनी शुरू की थी, छिपे हुए आतंकवादियों ने गोलीबारी शुरू कर दी, जिससे मुठभेड़ की शुरुआत हुई।

जम्मू-कश्मीर के अलग-अलग इलाकों में आतंकियों को मार गिराने का अभियान जारी है। इससे पहले जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले के सोपोर में गुरुवार को सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच हुए मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारा गया। सूचना के आधार पर सेना, पुलिस और सीआरपीएफ की एक संयुक्त टीम ने रात के दौरान क्षेत्र में घेराबंदी की थी।

जानकारी हो कि कल गुरुवार को भी जम्‍मू-कश्‍मीर में सोपोर के हरदशिवा इलाके में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच  मुठभेड़ के दौरान 2 आतंकी ढेर हो गए हैं।

उल्‍लेखनीय है कि कश्मीर घाटी में सुरक्षाबलों ने पिछले एक साल के दौरान विभिन्न आतंकी संगठनों के छह टॉप कमांडरों समेत करीब 108 आतंकी मार गिराए गए हैं। इसके बावजूद घाटी में अभी 100 से 200 आतंकवादी सक्रिय बताए जा रहे हैं। आइजीपी कश्मीर रेंज विजय कुमार ने बताया कि मारे गए टॉप कमांडर हिजबुल-मुजाहिदीन, लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और अंसार गजवातुल हिंद संगठन से थे। उनमें रियाज नाइकू, अब्दुल रहमान उर्फ फौजी भाई, जुबैर, कारी यासिर, जुनैद सेहरी, बुरहान कोका, हैदर और तैयब वालिद शामिल हैं। उन्होंने कहा कि दक्षिण कश्मीर में आतंकवाद अब अंतिम सांस ले रहा है।

 लश्कर के आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश

बता दें कि हाल ही में सोपोर में सुरक्षाबलों ने लश्कर के आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश किया है। इस दौरान आतंकियों के चार मददगार गिरफ्तार किए गए हैं। इन सभी के खिलाफ संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है। पूछताछ में पता चला है कि ये सभी कई ऐप के जरिए आतंकियों के संपर्क में थे। साथ ही आतंकियों के लिए रेकी करते थे। पुलिस कई अहम पहलुओं पर जांच कर रही है। संभावना जताई जा रही है कि कई महत्वपूर्ण तथ्य सामने आ सकते हैं।

 शोपियां में आतंकी ठिकाना ध्वस्तः

इसी दौरान सुरक्षाबलों ने शोपियां के यारवन के जंगल में छिपे आतंकियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने सेना और सीआरपीएफ के जवानों के मिलकर एक तलाशी अभियान चलाया। जंगल में जवानों को अपने ठिकाने की तरफ आते देख आतंकी अपनी जान बचाकर वहां से भाग निकले। जवानों ने जब आतंकी ठिकाने की तलाशी ली तो वहां से हथियारों का एक बड़ा जखीरा, राशन, कंबल, बिस्तर और दवाएं बरामद की। आतंकियों ने यह ठिकाना जमीन खोदकर बनाया था। इसके ऊपर घास व लकड़ियां रखी गई थी, ताकि आसानी से यह किसी की नजर में न आए। फिलहाल, जवानों ने आतंकियों को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान चला रखा है।

सीमा पर संघर्ष विराम उल्लंघन

अधिकारी ने बताया कि पिछले दो सप्ताह के भीतर पाकिस्तान ने सीमा पर संघर्ष विराम उल्लंघन में तेजी लाई है। सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि पाकिस्तान यह सब आतंकवादियों की कश्मीर में घुसपैठ कराने के लिए कर रहा है। गुलाम कश्मीर स्थित लॉन्चिंग पैड पर जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा के 300 से अधिक आतंकी मौजूद हैं।

पाकिस्तानी सैनिक इस गोलाबारी की आड़ में आतंकवादियों को भारतीय सीमा में भेजने का प्रयास कर रही है। सुरक्षा एजेंसियों की सूचना के बाद सेना, अर्द्धसैनिक बलों व पुलिस को सचेत कर दिया गया है। यही वजह है कि सतर्क जवानों की वजह से पाकिस्तानी सैनिक अपने नापाक मंसूबों में कामयाब नहीं हो पा रहे हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *