गंगा नदी पर कुंभ निधि से सिंचाई विभाग 11 करोड़ 57 लाख 65 हजार की लागत से आस्था पथ के पुनरुद्धार और बाढ़ सुरक्षा निर्माण कार्यों करवा रहा है। इसे लेकर विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद अग्रवाल ने बैराज रोड स्थित कैंप कार्यालय पर निर्माणाधीन संस्था के साथ समीक्षा बैठक की। कुंभ मेला निधि से होने वाले कार्य अब तक पूरे नहीं होने पर विधानसभा अध्यक्ष ने चिंता जताई।
विधानसभा अध्यक्ष ने रविवार शाम को आस्था पथ पर निर्माण कार्यों का औचक निरीक्षण किया, जिसके बाद उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ सोमवार को समीक्षा बैठक की। अग्रवाल ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि कार्य की गुणवत्ता और तय समय सीमा के अंतर्गत कार्य को पूर्ण प्राथमिकता में होना चाहिए। जानकी घाट, सोमानी घाट, साईं घाट और बहत्तर सीढ़ी घाट के पास जो भी सुरक्षात्मक कार्य हो रहे हैं, वह व्यवस्थित हो। ताकि श्रद्धालुओं को स्नान और आचमन करने में किसी भी प्रकार की कोई परेशानी न हो।
उन्होंने कहा कि कुंभ योजना के अंतर्गत संचालित होने वाले कार्य निश्चित रूप से महाकुंभ प्रारंभ होने से पहले ही समाप्त हो जाने चाहिए थे, लेकिन कार्यदायी संस्था की हिलाहवेली के कारण यह कार्य अब भी खत्म नहीं हुए हैं, जो चिंताजनक है। उन्होंने कहा है कि कार्य की गुणवत्ता को प्राथमिकता से लिया जाए साथ ही कार्य को इस अनुरूप किया जाए, जिससे श्रद्धालुओं को विभिन्न पर्वों के दौरान घाटों पर दर्शन और स्नान करने में परेशानी न हो।
अग्रवाल ने ये भी कहा कि गंगा किनारे के सुरक्षा दीवार के लिए लगाए जाने वाले ब्लॉकों को व्यवस्थित रूप से निर्मित किया जाए। विधानसभा अध्यक्ष ने विगत दिनों आस्था पथ के सुमानी घाट पर निर्माण कार्यों के औचक निरीक्षण के दौरान निर्माण कार्य में मानकों की अनदेखी होने पर कार्य को रोकने के निर्देश दिए थे। साथ ही विभाग द्वारा बरती जा रही लापरवाही के लिए अधिकारियों को फटकार भी लगाई थी।
अग्रवाल ने उस दौरान मानकों की अनदेखी होने पर कार्य को रुकवा कर और पानी में लगाए हुए ब्लॉकों को तुड़वाकर दोबारा कार्य शुरू कराया था। इस अवसर पर सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता अनुभव नौटियाल, कनिष्ठ अभियंता आशीष बिष्ट सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।