सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे ने भारतीय सेना की वार्षिक कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि पिछला साल काफी चुनौतियों से भरा था और इसका सामना करते हुए हम आगे बढ़े हैं। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि भारत के लिए पाकिस्तान और चीन बड़ा खतरा बना हुए हैं। इनसे निपटने के लिए सही समय में उचित कार्रवाई की जाएगी। सेना प्रमुख ने कहा कि पाकिस्तान की तरफ से लगातार आतंकवाद को बढ़ावा दिया जा रहा है, लेकिन हम आतकंवाद के लिए जीरो-टोलरेंस रखते हैं। उन्होंने साफ संदेश देते हुए कहा कि सही समय आने पर हम इसके खिलाफ उचित कार्रवाई करेंगे।
कोर कमांडर स्तर की 9वें दौर की वार्ता का इंतजार
सेना प्रमुख ने आगे कहा कि हमने सिर्फ लद्दाख ही नहीं बल्कि पूरे एलएसी पर उच्च स्तर की निगरानी की हुई है। साथ ही कोर कमांडर स्तर के आठवें दौर की बातचीत हो चुकी है, अब 9वें दौर की वार्ता का इंतजार है। आगे उन्होंने कहा कि हमें बातचीत के माध्यम से समाधान निकालने की उम्मीद कर रहे हैं।
प्रोद्योगिकी सक्षम सेना विकसित करने की ओर कार्य
सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे ने शुरुआत के अपने संबोधन में बताया कि भविष्य की चुनौतियों से निपटने के लिए प्रोद्योगिकी सक्षम सेना विकसित करने के लिए एक रोडमैप तैयार किया जा रहा है। इसमें सभी नई तकनीकी को शामिल करने पर फोकस किया जाएगा।
इससे पहले सेना प्रमुख ने बताया कि पिछला साल चुनौतीपूर्ण था। उत्तरी सीमाओं पर पिछले सबसे मुख्य चुनौती कोरोना संक्रमण था। उन्होंने कहा कि उत्तरी सीमाओं पर सतर्कता बढ़ाई गई है और शांति की बहाली की उम्मीद पर वह भरोसा करते हैं।