चार माह से वेतन का इंतजार कर रहे परिवहन निगम के कर्मचारी मंगलवार को कुमाऊं भर में धरने-प्रदर्शन पर जुट गए। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में हर वर्ग आर्थिक तौर परेशानी का सामना कर रहा है। मगर ड्यूटी के बावजूद रोडवेज मुख्यालय उन्हें सैलरी देने को तैयार नहीं।
रोडवेज़ कर्मचारी सयुंक्त परिषद के बैनर तले 13 सूत्री मांगों को लेकर सभी डिपो में धरना देकर अफसरों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। इस दौरान सेवानिवृत्त और मृतक कर्मियों के देयकों के भुगतान को कहा गया। वक्ताओं ने कहा कि मृतक आश्रितों को नियुक्ति के लिए दर-दर भटकना पड़ रहा है। अधीनस्थ चयन आयोग द्वारा चयनित किये गए तकनीकी संवर्ग के स्टाफ को भी जल्द बहाल किया जाए।
उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य ने मंगलवार सुबह चंपावत की महिला स्वयं सहायता समूहों से वार्ता की।
राज्यपाल ने महिला समूहों से खरीदे उत्पाद, सीमांत का विकास न होने पर जताई नाराजगी
कर्मचारी नेता भूपेंद्र सिंह अधिकारी ने कहा कि पूर्व में मुख्यालय स्तर पर आयोजित बैठक में परिवहन निगम के कर्मचारियों को अटल आयुष्मान योजना का लाभ देने का दावा किया गया था। मगर अब तक किसी को फायदा नहीं मिला। विभागीय अफसरों की लापरवाही से कर्मचारियों का उत्पीड़न हो रहा है। इसके अलावा कर्मचारियों से वसूली के आदेश जारी होने पर भी नाराजगी जताई गई। धरने पर बैठे लोगों ने कहा कि जल्द समस्या का समाधान न होने पर प्रदेश भर में बड़ा आंदोलन किया जाएगा।